पटना: बिहार में शुक्रवार को 20 विधान परिषद सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। इसके अतिरिक्त चार सीटें पहले से ही खाली है। इस प्रकार अब राज्य में विधान परिषद में सदस्यों की संख्या 75 से घटकर 51 हो जाएंगी। जानकारी हो कि कोरोना महामारी के कारण बिहार में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव रद्द कर दिए गए थे और इसका प्रभाव विधान परिषद के चुनाव पर भी पड़ा। अब यह 24 पद तब तक खाली ही रहेंगे जब तक राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव नहीं हो जाते।
बिहार में जिन 20 विधान परिषदों का कार्यकाल 16 जुलाई को पूरा हो रहा है उनमें सच्चिदानंद राय, रजनीश कुमार, राधाचरण साह, रीना यादव, टुन्ना जी पांडेय, मनोरमा देवी, संतोष कुमार सिंह, राजन कुमार सिंह, सलमान रागिब, सुबोध कुमार, बबलू गुप्ता, दिनेश प्रसाद सिंह, दिलीप जायसवाल, हरिनारायण चौधरी, अशोक अग्रवाल, सुमन कुमार, संजय प्रसाद, नूतन सिंह, आदित्य नारायण पांडेय और राजेश राम का नाम शामिल है। इनके अलावा जो चार पद पहले से खाली है उसमें से एक सदस्य का निधन हो गया था जबकि बाकी के तीन सदस्य अब विधायक बन गए हैं।
जानकारी हो कि जिन 20 सदस्यों का कार्यकाल आज पूरा हो रहा है वे सभी स्थानीय निकायों से निर्वाचित होकर उच्च सदन में पहुंचे थे। ग्राम पंचायत के मुखिया, पंचायत समिति, वार्ड सदस्य और जिला पार्षद मिलकर इसका चुनाव करते हैं। चूंकि कोरोना महामारी के कारण राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव रद्द कर दिए गए थे इसलिए अब ये सभी पद तक तक खाली ही रहेंगे जब तक की राज्य में चुनाव नहीं हो जाते। अब शनिवार से भाजपा और जदयू के विधान परिषद सद्स्यों की संख्या आधी हो जाएगी। विधान परिषद में भाजपा के कुल 26 सदस्य हैं जो कि अब 14 ही रह जाएंगे, वहीं जदयू के 29 सदस्य हैं जो अब घटकर 23 हो जाएंगे। इसके साथ ही कांग्रेस और राजद के विधान परिषद सदस्यों की संख्या भी कम हो जाएगी।
गौरतलब है कि पंचायत चुनावों के स्थगित होने से इसका असर निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव पर भी हुआ है। जिनमें नालंदा स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, गया सह जहानाबाद सह अरवल स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, पटना स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, औरंगाबाद स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, भोजपुर सह बक्सर स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, नवादा स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, रोहतास सह कैमूर स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, सीवान स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, सारण स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, पश्चिम चंपारण स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, और गोपालगंज स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र आदि शामिल हैं।