भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान (Pakistan) में इन दिनों राजनितिक उठापठक कुछ ज़्यादा ही चल रही। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपनी सत्ता बचाने की जुगत में लगे हैं। पीएम इमरान खान के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव (No trust Motion) पर मतदान होना था, लेकिन सदन में डिप्टी स्पीकर ने विदेशी साजिश का आरोप लगाते हुए अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया, इसके बाद संसद की कार्यवाही स्थगित हो गई है।
अविश्वास प्रस्ताव के खारिज होते ही प्रधान मंत्री इमरान खान (Prime Minister Imran Khan) ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए बताया कि उन्होंने राष्ट्रपति आरिफ अल्वी (Pakistan President Arif Alvi) से नेशनल असेंबली भंग करने की सिफारिश करते हुए देश में ताज़ा चुनाव कराने की सलाह दी है।
पीएम ने अपने संबोधन में विपक्ष की चाल बताते हुए इसको विदेशी साजिश क़रार दिया और कहा कि ‘कोई भी विदेशी ताकत इस कौम का मुस्तकबिल नहीं तय करेगा।’ इमरान ने कहा कि ‘मैं कौम से गुज़ारिश करता हूं कि आप इलेक्शन की तैयारी करें।
पाकिस्तान की प्रमुख सहयोगी पार्टी मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) ने अपना समर्थन वापस ले लिया था, जिसके बाद से नेशनल असेंबली में इमरान सरकार ने ‘बहुमत खो दिया’ था। जिसके बाद वहां सियासी अनिश्चितता की स्थिति बन गई थी। नेशनल असेम्ब्ली (National Assembly) में आज डिप्टी स्पीकर ने अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया और प्रधान मंत्री ने असेम्ब्ली भंग करने की सिफारिश करके देश में नए सिरे से चुनावी बिगुल बजा दिया।