इज़रायल और फिलिस्तीन (Isarel-Palestine War) के बीच ज़बरदस्त जंग के बीच जहाँ अमेरिका, भारत सहित कई बड़े देश इज़रायल के पक्ष में खड़े दिख रहे हैं वहीँ फिलिस्तीन को अब सऊदी अरब (Saudi Arab) जैसे बड़े खाड़ी देश का समर्धन प्राप्त हो रहा है। इस बीच फिलिस्तीनी समूह हमास (Hamas) के रॉकेट हमलों के बाद इज़रायल लगातार गाजा पट्टी पर ज़बरदस्त हमले कर रहा है।
इस बीच सऊदी अरब ने कहा है कि वह शांति स्थापित करने के लिए पूरी तरह से फ़िलिस्तीनियों के साथ खड़ा है। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (saudi Crown Prince Mohammad Bin Salman) ने फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास (Palestinian President) से फ़ोन पर बात करके अपना समर्थन जताते हुए दोनों देशों के बीच बढ़ते संघर्ष को रोकने के लिए कोशिश कर रहे हैं।
सऊदी प्रेस एजेंसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास से कहा कि सऊदी अरब “फिलिस्तीनी लोगों को उनके सभ्य जीवन के वैध अधिकारों को हासिल करने, उनकी आशाओं और आकांक्षाओं को प्राप्त करने और स्थायी शांति प्राप्त करने के लिए उनके साथ खड़ा रहेगा। ”
इस बीच इज़रायल ने गाजा पट्टी पर हमलों की झड़ी लगा दी है, जिससे वहां मरने वालों की संख्या हज़ार के क़रीब हो गई है। बताया जा रहा है कि बढ़ती हिंसा इन अटकलों के बीच शुरू हुई कि सऊदी अरब, जिसने कभी भी इज़राइल को मान्यता नहीं दी है, एक समझौते के तहत संबंधों को सामान्य बनाने के लिए सहमत हो रहा है, जिसमें वह अमेरिका से सुरक्षा गारंटी प्राप्त करेगा और साथ ही एक नागरिक परमाणु कार्यक्रम विकसित करने में सहायता करेगा।
सऊदी प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने बीते माह फॉक्स न्यूज़ को बताया था कि फ़िलिस्तीनी मुद्दा सऊदी अरब के लिए “बहुत महत्वपूर्ण” था, जहां मक्का और मदीना में इस्लाम के सबसे पवित्र जगह हैं। सऊदी प्रिंस ने कहा, “हमें उस हिस्से को हल करने की सख्त जरूरत है साथ ही हमें फिलिस्तीनियों के जीवन को आसान बनाने की भी जरूरत है।”